नारी शक्ति को बल देने वाले मीना मंच को बताया व्यक्तित्व विकास का प्रमुख टूल
ग़ाज़ियाबाद। मीना मंच सुगमकर्ताओं की कार्यशाला में बालिकाओं के समुचित उत्थान, विकास की योजनाओं और शिक्षा पर विस्तार से चर्चा की गई।
ब्लॉक स्तरीय कार्यशाला का आयोजन रज़ापुर के बीआरसी कार्यालय पर किया गया। कार्यशाला में मीनामंच के अंतर्गत कीबल देने के लिए जाने वाली गतिविधियों और क्रियाकलापों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इस अवसर पर शुभम करता हूं और शिक्षिकाओं को आगामी वर्ष में की जाने वाली मीना गतिविधियों की कार्ययोजना पर चर्चा परिचर्चा भी की गई। खण्ड शिक्षा अधिकारी सर्वेश कुमार ने भारत सरकार की महत्वकांक्षी योजना निपुण भारत मिशन व प्रदेश सरकार की विशिष्ट योजना DBT इत्यादि विषयों की बारीकियों को शेयर किया। एसआरजी पूनम शर्मा ने मीना मंच कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि कैसे हम अपने छात्रों के व्यक्तित्व का विकास कर सकते हैं। उन्होंने ग्रुप टिप्स देते हुए निपुण भारत मिशन के लक्ष्यों को कंठस्थ करने का आसान तरीका भी बताया। ब्लॉक जेंडर नोडल शिक्षक मीना सिंह और नीतू सिंह ने मीना मंच के गठन की प्रक्रिया पर प्रकाश डालते हुए अरमान मॉड्यूल के टॉपिक्स पर बारी बारी से अपने विचार रखे। एआरपी रेनू चौहान ने आत्म रक्षा, हेल्पलाइन नंबरस, पोक्सो एक्ट, बाल अधिकारों इत्यादि के विषय में जानकारी साझा कीं। कार्यक्रम के अंत में जिला समन्वयक (बालिका शिक्षा) गौरव त्यागी ने अपने प्रेरणादायी शब्दों से सभी प्रतिभागियों का उत्साह वर्धन किया। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से कैसे हम अपने छात्रों के आत्मविश्वास में वृद्धि करते हुए उन्हें उनके भावी जीवन के लिए तैयार कर सकते हैं। जिला समन्वयक राकेश जी ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए कार्यशाला का समापन किया ।कार्यशाला में ब्लॉक रज़ापुर के 72 सरकारी परिषदीय विद्यालयों से 1-1 सुगमकर्ता ने प्रतिभाग किया। इनमें प्रियंवदा यादव, अनुराधा, सोनिया, यामिनी, अर्चना, नेहा, वनिता इत्यादि शामिल रहे।