लोक डाउन को लेकर के हिंदुस्तानी लोग संजीदा नहीं है
नई दिल्ली, लोक डाउन को लेकर के हिंदुस्तानी लोग संजीदा नहीं है, इनकी यह ना समझी देश को गंभीर संकट में डाल सकती है। और इनका यह रवैया यूं ही बदस्तूर जारी रहा तो आने वाले 15 दिन निर्णायक साबित होंगे।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बीबीसी के मुताबिक भारतवर्ष में 30 करोड़ लोग कोरोनावायरस की चपेट में आ सकते हैं। और प्लस व्यक्तियों में से एक व्यक्ति क्रिटिकल होगा। कहने का मतलब यह है कि 40 लाख लोगों को स्पेशल ट्रीटमेंट किस जरूरत होगी, याद रहे पूरे भारतवर्ष में कुल एक लाख आईसीयू वार्ड है, बीबीसी द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि स्पेन, इटली के बाद भारतवर्ष अगला शिकार करोना वायरस का हो सकता है।
इन सबके बावजूद कोरोनावायरस कोलो हल्के में ले रहे हैं, जो बहुत चिंताजनक है। ध्यान रहे जब मामला हाथ से निकल जाएगा तो इसे रोकने की किसी में ताकत नहीं है। अमेरिका जैसा देश इससे हार मान चुका है तो हम और हमारी सरकार क्याक्ष घरों से बाहर ना निकले।
आने वाले 15 दिन हमारे लिए निर्णायक साबित होंगे।
इसलिए समस्त देशवासियों को गंभीरता से इस संकट के बारे में सोचना चाहिए और सरकार द्वारा घोषित 21 दिन के लोग डाउन को धैर्य और साहस के साथ सपोर्ट करना चाहिए। अकेले सरकार इस पर काबू नहीं पा सकती इसलिए हम सबको अपने अपने स्तर से कोरोनावायरस से मुकाबले के लिए जनता में जागृति अभियान चलाना चाहिए। इसके लिए हमें ज्यादा कुछ नहीं करना अपने आपको अपने परिवार को और अपने मिलने वाले सभी लोगों को घरों में रहकर के लोग डाउन अभियान को सफल बनाने के लिए संचार माध्यमों का उपयोग करना चाहिए। आज बड़ी संख्या में लोगों के पास मोबाइल फोन मौजूद है।